समय-सीमा बैठक में कलेक्टर ने दिए महत्वपूर्ण निर्देश,पेयजल समस्या के त्वरित समाधान पर जोर,शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं पर तेजी से कार्य करें।
आश्रम शालाओं, स्वास्थ्य व आंगनवाड़ी केन्द्रों में अधिकारी करेंगे नियमित निरीक्षण…….

बैकुंठपुर,कोरिया :: कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी की अध्यक्षता में आज जिला स्तरीय समय-सीमा बैठक आयोजित की गई, जिसमें विभिन्न विभागों की लंबित योजनाओं और प्रकरणों की समीक्षा की गई।
बैठक में कलेक्टर ने आगामी गर्मी को देखते हुए पेयजल व्यवस्था को सुदृढ़ करने के निर्देश दिए। उन्होंने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को जिले के दूरस्थ स्वास्थ्य केंद्रों, आश्रम-शालाओं और आंगनवाड़ी केंद्रों में समुचित पेयजल उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही, बिगड़े हुए हैंडपंपों को तत्काल सुधारने और पेयजल आपूर्ति में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्रीमती त्रिपाठी ने जिले के दूरस्थ स्वास्थ्य केंद्रों में पेयजल समस्या को दूर करने के लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं क्रेडा की संयुक्त टीम गठित कर तत्काल पेयजल समस्या का निराकरण करने की हिदायत दी।
कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि आचार संहिता समाप्त हो चुकी है, इसलिए शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं पर त्वरित गति से कार्य करें और हितग्राहियों की समस्याओं का शीघ्र निराकरण सुनिश्चित करें।
उन्होंने अनुकंपा नियुक्ति, पेंशन प्रकरण, संविदा भर्ती कार्य सहित आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों के आय, जाति और निवास प्रमाण पत्र जारी करने की प्रक्रिया को तेज करने के निर्देश दिए।
एग्रीस्टैक परियोजना के तहत 5 मार्च से शुरू हो रहे कृषक पंजीयन शिविर के सम्बंध में कलेक्टर ने जानकारी ली और शिविर आयोजित होने वाले गांवों में मुनादी कराने के निर्देश दिए ।
किसानों को डिजिटल रूप से सशक्त करने और सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे पहुंचाने के उद्देश्य से एग्रीस्टैक परियोजना के तहत 5 मार्च से कृषक पंजीयन शुरू किया जा रहा है।
कलेक्टर ने सड़कों पर आवारा मवेशियों के घूमने, बैठने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए पशुपालन विभाग, जनपद पंचायत, नगरीय निकाय के अधिकारियों को निर्देश देते कहा मवेशी हटाने का अभियान चलाएं।
कलेक्टर ने आश्रम शालाओं, स्वास्थ्य केन्द्रों व आंगनवाड़ी केन्द्रों में सम्बंधित अधिकारियों को नियमित निरीक्षण करने के निर्देश भी दिए हैं और अव्यवस्था पाए जाने पर तत्काल सम्बंधित विभाग द्वारा निराकरण कराए जाने के निर्देश भी दिए हैं।