अवैध ईंट भट्ठों के खिलाफ खनिज विभाग का एक्शन, 37 संचालकों को थमाया नोटिस।
राष्ट्रीय पत्रकार संघ के पूर्व जिला अध्यक्ष एवं उनके पत्रकार साथियों ने अवैध कोयले के कारोबारियों के खिलाफ की थी एम सी बी कलेक्टर, एस पी और आई जी से शिकायत……
एमसीबी,चिरमिरी :: एमसीबी जिले के चिरमिरी क्षेत्र और आसपास के गांवों में अवैध रूप से संचालित ईंट भट्ठों पर खनिज विभाग की टीम ने शिकंजा कसा है. बड़ा बाजार, कुरासिया ओपन कास्ट माइंस, पोड़ी ग्राम पंचायत सहित कई इलाकों में नियमों को ताक पर रखकर अवैध ईंट भट्ठों का संचालन किया जा रहा था. खनिज विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने करीब 37 अवैध ईंट भट्ठों पर छापा मारा और खनिज अधिनियम के तहत कार्रवाई की।
ईंट भट्ठा संचालक ने खनिज अधिकारी पर लगाया गंभीर आरोप:
ईंट भट्ठा संचालकों की दबंगई, अधिकारियों से की बहस : कार्रवाई के दौरान अवैध ईंट भट्ठा संचालकों की दबंगई भी देखने को मिली. कई संचालकों ने खनिज विभाग के अधिकारियों से बहस शुरू कर दी और साथ ही साथ उन पर गंभीर आरोप लगाए ,कहा गया कि खनिज अधिकारी पैसा लेकर कर मुंह देखी कार्यवाही करते है.
हालांकि, विभाग की टीम ने सख्ती दिखाते हुए कार्रवाई जारी रखी और कई ईंट भट्ठों को सील कर दिया।
खनिज अधिकारी ने वैध रुप से संचालन करने की अपील : खनिज अधिकारी ने बताया कि सभी अवैध ईंट भट्ठों के विरुद्ध खान और खनिज अधिनियम 1957 और छत्तीसगढ़ गौण खनिज नियम 2015 के तहत विधिवत कार्रवाई की जाएगी. यह अभियान आगे भी जारी रहेगा. अभी तक 37 ईंट भट्ठों पर कार्रवाई कर नोटिस जारी किया गया है, लेकिन किसी भी संचालक ने अब तक वैध संचालन के लिए आवेदन नहीं किया है. हम प्रोत्साहित कर रहे हैं कि सभी संचालक कानूनी रूप से आवेदन कर वैध संचालन करें.
वहीं खनिज निरीक्षक आदित्य मानकर ने कहा कि इस अभियान को और तेज किया जाएगा.और साथ ही साथ उन्होंने यह भी कहा कि मेरे ऊपर जो आरोप भट्ठा संचालक द्वारा लगाया जा रहा है तो अगर किसी के पास हमारे खिलाफ कोई ठोस सबूत, ऑडियो या वीडियो है, तो उसे प्रस्तुत करें. हम पूरी पारदर्शिता के साथ काम कर रहे हैं. अवैध ईंट भट्ठों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
कोल माफियाओं पर कब होगी कार्रवाई : इस कार्रवाई के बाद अब देखने वाली बात ये होगी कि ये अभियान कितना प्रभावी साबित होता है.क्योंकि खनिज विभाग अवैध ईंट भट्ठों पर कार्रवाई तो करता है लेकिन कोयला माफिया इनके गिरफ्त से आज भी बाहर है आखिर उन पर कार्यवाही कब होगी ? ये कही न कही संदेह की बात है अगर कभी उन खदानों पर छापामार कार्यवाही करे जहां से अवैध कोयला निकलता है तो शायद बड़ी सफलता हासिल हो सकती है l आज चिरमिरी के जंगल , पोड़ी , गेल्हापानि के जंगल, कोरिया की बंद खदान ,डोमनहिल का हड़ियाखोह जंगल ,घूटरा का जंगल, नागपुर के आसपास सभी जगह से कोयला निकल रहा है और सूत्रों की माने तो कोयला ट्रकों से बाहर जा रहा है।फिर भी खनिज विभाग उन्हें पकड़ने में नाकाम साबित हो रही है। ज्यादा दबाव बनने पर काम दो चार दिन बंद करवा दिया जाता है मामला ठंडा होने पर कुछ दिन बाद फिर से अवैध काम शुरु हो जाता है।
सूत्रों की माने तो कोल माफियाओं को पहले ही खबर दे दी जाती है कि हम आ रहे हैं आप लोग खदानों से हट जाइए देखने की बात या होगी कि हमारे द्वारा इस तरह की खबर प्रकाशित होने के बाद कोल माफिया पर नकेल कब कसी जाएगी या ऐसे ही इनका कारोबार बराबर चलता रहेगा फलता फूलता रहेगा।