सोनहत के बुजुर्ग जलजीत को दी सुरक्षा और सम्मान, मंत्री रामविचार नेताम के हाथों मिला आवास की चाबी, अभिनन्दन पत्र से हुआ सम्मान
सोनहत विकासखण्ड के बुजुर्ग ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में जताया आभार
कच्चे मकान में हर बारिश के साथ गिरने का डर और सालों से असुरक्षित जीवन जी रहे बुजुर्ग जलजीत के चेहरे पर अब सुकून और संतोष की झलक है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिले पक्के मकान ने उनके जीवन में स्थायित्व और सुरक्षा का नया अध्याय जोड़ा है।
सोनहत विकासखण्ड के ग्राम लटमा निवासी करीब 66 वर्षीय जलजीत, जिन्होंने कभी पक्के घर का सपना भी नहीं देखा था, आज प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने अपने नए मकान में सुरक्षित जीवन बिता रहे हैं। 18 अक्टूबर को जिला पंचायत के आडिटोरियम में आयोजित आवास मेला में छत्तीसगढ़ शासन के आदिम जाति विकास, अनुसूचित जाति विकास, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विकास, कृषि विकास एवं किसान कल्याण विभाग तथा कोरिया, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के प्रभारी मंत्री रामविचार नेताम ने उन्हें इस आवास की चाबी सौंपी और अभिनन्दन पत्र भेंट कर सम्मानित किया।
मौके पर भावुक जलजीत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र को मंच पर साझा किया, जिसमें उन्होंने कहा, “मैं बहुत गरीब आदमी हूँ। पहले कच्चे-खपरा वाले घर में हर पल डर के साए में जीता था, पर अब इस पक्के घर ने मेरे परिवार को सुरक्षा और सुकून दिया है। मैं और मेरा परिवार अब बिना डर के बरसात के दिनों में भी आराम से रहते हैं। इसके लिए मैं प्रधानमंत्री मोदी और सरकार का दिल से धन्यवाद करता हूँ।”
इस समारोह में प्रभारी मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि यह योजना न केवल एक घर देती है, बल्कि लाखों परिवारों को एक सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन का आधार भी प्रदान करती है। जलजीत जैसे लोगों की कहानियां दर्शाती हैं कि सरकार की संवेदनशील नीतियां किस तरह से समाज के सबसे जरूरतमंद तक पहुंच रही हैं