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देश मे समानता का हो अधिकार ,बाबा साहब का सपना होगा साकार।

दर्जनों भाषा , सैकड़ों विधि, हजारों विधान है, जोड़कर सबको साथ रखे यही संविधान है 

एमसीबी,मनेन्द्रगढ़ :: 26 नवम्बर को जिला भाजपा एमसीबी द्वारा संविधान दिवस कार्यक्रम का आयोजन भाजपा जिला उपाध्यक्ष जमुना पाण्डेय, पूर्व मिसा बंदी परिवार के सदस्य लखन लाल श्रीवास्तव, वरिष्ठ पत्रकार व भाजपा नेता सुरेश सोनी ,सेवानिवृत प्राचार्य राम प्रसाद गुप्ता, सेवानिवृत प्राचार्य व शिक्षा प्रकोष्ठ के प्रदेश समिति सदस्य जी पी बुनकर, पूर्व नगरपालिक अध्यक्ष धर्मेंद्र पटवा, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष सत्यनारायण विश्वकर्मा, महिला मोर्चा की जिलाध्यक्षा श्रीमती प्रतिमा पटवा, जिला मंत्री श्रीमती कमला गड्डेवा,अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष अंकुर जैन, अनुसूचित जाति मोर्चा के जिलाध्यक्ष उजीत नारायण सिंह, पार्षद जमील शाह,बिधि प्रकोष्ठ के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य व भाजपा एमसीबी के मीडिया सेल प्रभारी संजय गुप्ता की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ |

जिला भाजपा द्वारा आयोजित संविधान दिवस कार्यक्रम के पूर्व मंचस्थ अतिथि व वरिष्ठ भाजपा नेताओ द्वारा डॉ भीमराव अम्बेडकर, भारत माता ,पंडित दीनदयाल उपाध्याय ,डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी जी की छायाचित्र में माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।

इसके उपरांत प्रोजेक्टर के माध्यम से देश के संबिधान व देश मे माननीय प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र दास मोदी जी व भारत के राष्ट्रपति का अभिवाचन सुना गया। तथा संविधान दिवस कार्यक्रम की प्रस्तावना रखते हुए संजय गुप्ता ने बताया कि –

दर्जनों भाषा , सैकड़ों विधि, हजारों विधान है,
जोड़कर सबको साथ रखे यही संविधान है ।

भारत का संबिधान दुनिया का सबसे लम्बा लिखित संबिधान है भारत गणराज्य के लिए यह अंतिम और सर्वोच्च शाशी दस्तावेज के रूप मे कार्य करता है अतः इसका महत्त्व बहुत है इसी संविधान के निर्माण दिवस को हम भारतवासी संविधान दिवस के रूप मे मानते है तथा वह लोकतन्त्र के तीनो स्तम्भो विधान मंडल,न्यायपालिका, कार्यपालिका के काम काज के दिशा निर्देश देता है।


26 नवंबर को भारत का संबिधान दिवस मनाया जाता है क्योंकि इसी दिन भारतीय संविधान का निर्माण किया गया लेकिन भारतीय संविधान को 26 जनवरी 1950 को ही देश मे लागु किया गया था ,हमारा देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ तो देश के सामने सबसे बड़ी समस्या थी की देश का संचालन कैसे किया जाये और कानून ब्यवस्था कैसे स्थापित किया जाये इसके लिए देश के संबिधान बनाने की बात उठी उसी समय सभी नेताओं ने इस मांग को समझते हुए संविधान सभा का गठन किया गया ।इसके बाद संबिधान का निर्माण किया गया जो लगभग तैयार करने मे 2 साल 11 माह 18 दिन लग गये जो 26 नवंबर 1949 को पूर्ण हुआ ।

तथा देश मे पहली बार प्रतिवर्ष संविधान दिवस मनाए जाने का ऐतहासिक और सराहनीय निर्णय यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद मोदी जी की सरकार में लिया गया तथा भारतीय संविधान के निर्माता भारतरत्न बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर जी और राष्ट्रहित में उनके दिए गए योगदान को नमन करते हुए कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार के नेतृत्वकर्ता देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा विगत 2015 से प्रतिवर्ष 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाए जाने की शुरुआत हुई है जो अंबेडकर जी के प्रति सम्मान को दर्शाता है |

वंही भाजपा के जिला उपाध्यक्ष जमुना पाण्डेय ने बताया की भाजपा सदैव संविधान का सम्मान करती रही है, वही पर सविधान से खिलवाड़ और उनकी प्रतियों का अपमान विपक्षी कांग्रेस पार्टी करती रही है | भारत जैसे लोकतान्त्रिक देश मे नागरिको को एकता और समानता का अधिकार हो यही संविधान का मूल उद्देश्य है |
तथा वरिष्ठ पत्रकार व भाजपा नेता सुरेश सोनी ने अपने उदबोधन में कहा कि भारतीय संविधान भारत आत्मा है और इसमें हम सबकी जान बसती है | भारतरत्न डॉ भीमराव अंबेडकर जी के बनाये संविधान से देश के नागरिको को संविधान और उनके संवैधानिक अधिकारों की जानकारी से अवगत कराना इस दिवस का मुख्य मकसद है | भाजपा ने सदैव संवैधानिक प्रक्रियाओं के तहत ही अपनी राजनैतिक दायित्वों को निभाया है |
उक्त कार्यक्रम मे पूर्व मीसा बंदी परिवार के सदस्य लखन लाल श्रीवास्तव ने कांग्रेस की सरकार द्वारा धारा 356 ,व आपात काल के दौरान संविधान की अवहेलना कर जनसंघ के परिवार के सदस्यों को प्रताड़ित कर जेल मे निरुद्ध करने जैसा घृणत कार्य किया गया था।
तथा भाजपा की सरकार ने अपने कार्यकाल मे मीसा बंदियों को सम्मान दिया ।
वंही सेवानिवृत प्राचार्य राम प्रसाद गुप्ता
ने बाबा साहब अंबेडकर जी के राजनैतिक विचारधारा का विस्तृत उल्लेख करते हुए कहा कि बाबा साहब अंबेडकर जी जब मुंबई से चुनाव लड़े तब कांग्रेस पार्टी ने उनके खिलाफ प्रचार कर अपना प्रत्यासी भी उतारा तथा सामाजिक समरसता को बिगाड़ने का काम कांग्रेस और विरोधी दल करते रहे है | संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर ने देश के पहले कानून मंत्री का दायित्व निभाया | तथा भारतीय संविधान के विभिन्न अनुच्छेद का विस्तार पूर्वक वर्णन करते हुए बताया कि बाबा साहब जी का जन्म उन दिनों में सामाजिक छुआछूत के रिवाजों के दौर में हुआ था | सामाजिक कुरीतियों और भेदभाव का दंश झेलकर भी डॉ आंबेडकर जी का हौसला कम नही हुआ | स्कूली शिक्षा में अग्रणी रहे अंबेडकर जी अद्वितीय प्रतिभा के धनी थे | अंबेडकर जी को अपने जीवनकाल मे सवर्ण वर्ग का भी काफी विरोध का सामना करना पड़ा था | देशहित मे बाबा साहब अंबेडकर जी के बनाये हुए संविधान और उनके दिए गए योगदान को भाजपा आत्मसात करते हुए नमन करती है | महात्मा ज्योतिबा फुले और अंबेडकर जी ने स्वतंत्र भारत मे महिलाओ की समानता के अधिकारो का सदैव पक्ष लिया था | जाति धर्म के आधार पर देश का बंटवारा न हो ये अंबेडकर जी की स्पष्ट सोच थी पर राजनैतिक लाभ के लिए कांग्रेसियों ने देश को बांट दिया |
इस कार्यक्रम का संचालन आनंद ताम्रकार व हिमांशु श्रीवास्तव द्वारा बारी बारी से किया तथा आभार किसान मोर्चा के जिला महामंत्री आशीष मजूमदार द्वारा किया गया।
संविधान दिवस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से भाजपा के जिला पदाधिकारीगण , और मोर्चा प्रकोष्ठ के जिला पदाधिकारी , मण्डलो के अध्यक्ष , महामंत्री , जनप्रतिनिधिगण सहित भाजपा के प्रमुख कार्यकर्ता उपस्थित थे |

By :: newsnt24live 

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